The giver(दाता)The Giver
God have given us life,
We prostrate before him
Although we have not seen
the face of the mysterious giver,
but we salute with reverence.
Soil,Water,Sunshine,Wind
all are our life support.
We worship them since ancient time.
Birds sing and entertain us
Trees make us happy with
variety of fruits and flowers
Thundering clouds alert us
In some way or the other,
we glorify them.
The giver is always respected
and admired everywhere.
If our hands are empty,
but our hearts are filled
with compassion,
we can shower compassion.
The memory of the giver remains
immortal even after death.
The one who gives with joy
accepts the giver with respect,
Everyone's heart swelled with approval.
It is not necessary that we can
only help with money
each of us has something to give
Love, Compassion, Patience, Guidance,
Wisdom,Intelligence Kindness,
We can become donors of reliance.
One should not expect admiration.
As much as possible contribute generously.
The truth is that giving does not
make anyone poor.
With big heart give in the present
future will take care by itself.
परमात्मा ने जीवन दिया होते हम नतमस्तक
हमने देखी नहीं शक्ल सूरत उस रहस्यमय
दाता की किन्तु श्रद्धा से करते नमस्कार।
मिट्टी पानी धूप हवा हमारे जीवन दाता
प्राचीन काल से हम करते इनको बन्दन
पक्षी गाते गाना करते हमारा मनोरंजन
वृक्ष किस्म किस्म के फल और फूलों से करते हमें प्रसन्न
बादल गरजते करते हमें सचेत
किसी न किसी तरह से हम करते उनकी स्तुति बन्दन।
दाता का सदैव सर्वत्र होता आदर सन्मान
हाथ ख़ाली मगर हृदय करुणा से लबालब
करुणा की वर्षा कर सकते हैं हम।
देनेवाले की मरणोपरान्त भी स्मृति रहती अमर।
ख़ुशी से देनेवाला दे,लेनेवाला आदर से करे स्वीकार,
अनुमोदन से सबका हृदय होता प्रफुल्ल।
जरूरी नहीं हम केवल पैसे से करें मदद
हम में से प्रत्येक के पास देने के लिए होता है कुछ न कुछ
प्रेम,करुणा,धैर्य,मार्गदर्शन,विद्या बुद्धि,दया,ज्ञान,
आसरा के बन सकते दाता हम।
प्रशंसा की अपेक्षा न रखें उदारता से दें
हम अपना योगदान।
सच तो यह है कि देने से कोई नहीं होता गरीब।
वर्तमान में रहें हम उदार,
भविष्य सम्हल जाता अपने आप।
By Durga H Periwal
2022-4-4