Surely mountains command respect.
They welcome whoever climb high
and dive deep in the sea
no discrimination in their hearts.
They are our good teachers.
Teach us with openness in all
conditions maintain happiness.
Deep down the sea and high
on the mountains everyone find
peace and equanimous and lighthearted.
One of the top most creation of mother nature.
Most prestigious and spectacular place to stand,
adore, breathtaking views all around mountains.
Looking at mountains I find delight and wisdom.
Climbing on the mountains have feel serene and calm.
Unruffled we are on our way to heaven.
Most of the mountain summits
sunsets offer magnificent breathtaking views.
Stand on the summit looking down upon
the earth feel nonexistent of spirit and
my eyes glazed with apathy towards the worldly life.
I was relaxed and free from care.
Dark forest of spruce woods
protect wild life,red deers, big bears,
eagles,chamois,ibex and many more.
Magnificent view all around.
Few routes of mountains are able to
match for elegance and spectacularity of paradise.
Human rapport with mountains over the centuries is not limited.
We find spirit and energy on the mountains.
A rainbow see on the mountain.
Delightful tempting thoughts come
And it makes me greedy to take
this beauty with me and keep
in my hidden treasure forever.
Invite my friends to celebrate
summer vacations with them
enjoy mango, strawberry, raspberry,
blueberry, delicious green figs.
(All rainbow colour).
निश्चित रूप से पहाड़ सम्मान के हैं अधिकारी ।
खुले आसमान में खुले दिल से करते हम इनका स्वागत।
जो ऊंची चढ़ाई पर चढ़ना और सागर की गहराई में
डुबकी लगाने वालों के प्रति सागर और पर्वतों के
दिल में कोई भेद भाव नहीं समाता।
इनसे सीखें हम मुग्ध हृदय उदार दिल से सबको गले लगाना।
सागर के अन्तस्तल और पर्वतशिखा पर
अधीरता से मिलती मुक्ति।
करुणा और विरक्ति का होता अनुभव।
माँ प्रकृति की सर्वोत्तम रचना अद्भुत पर्वतश्रेणियाँ।
प्रतिष्ठित शानदार चारों ओर समग्र लुभावने दृश्य।
देख देख हर्ष से नयन नीर भर आये।
अलौकिक सौन्दर्य देख चन्चलता हुई ग़ायब
अन्तर ज्ञान का हुआ बोध,
आकांक्षाओं से पाई विरक्ति।
शिखर पर खड़े अकस्मात् अनुभूति हुई
मेरे नयन सांसारिक जीवन के प्रति
उदासीनता के साथ चमक उठे।
उतरने की चिंता फ़िकर नहीं
हृदय में बहने लगी नेह धार।
अस्थिर जीवन में करुणा का होने लगा आभास।
लग रहा हम स्वर्ग में खड़े देख रहे नैसर्गिक नज़ारा।
पहाड़ का अधिकांश भाग सूर्यास्त में लगता
सोने की चढ़ गयी परत,
मनहर दृष्य से हुआ मन तृप्त।
अदृश्य शक्ति से हो रहा था साक्षात्कार।
शानदार लुभावने दृश्य का शब्दों में वर्णन नामुमकिन,
शिखर पर खड़े नीचे देखा लगा हमारा वजूद हुआ ग़ायब।
हमारी आत्मा दिव्य प्रकाश में खो गयी।
स्प्रूस के घने जंगल जंगली जीवों के हैं रक्षक।
किस्म क़िस्म के लाल हिरण, बड़े भालू, चील,
चामोई, आइबेक्स और अनेक जीव।
चारों तरफ शानदार नज़ारा।
पर्वतों के लालित्य की स्वर्ग से कर सकते हम तुलना।
सदियों से पहाड़ों के साथ
मानव का सम्बन्ध है असीमित।
पहाड़ पर इंद्रधनुष का अनुपम दृश्य देखा,
आनंददायक मोहक विचार मन को ललचा रहा,
इस सौन्दर्य को अपने ख़ज़ाने में रख लूँ संजोकर।
आमन्त्रित करूँ मित्रों को गर्मियों की छुट्टियॉ
हम बितायें साथ मिल कर उठाएँ लुत्फ़
आम, स्ट्रॉबेरी, रास्पबेरी, ब्लूबेरी,स्वादिष्ट हरी अंजीर का
(इन्द्र धनुष के रंगों का लें भरपूर आनन्द)।
By Durga H periwal
23.8.2020