Dust in Dust Dust in Dust
Almost all my desires fulfilled.
No thirst is left
When my thirst satisfied.
Neither gust of lust is left
nore dust of rust.
Always clouds of fate
is not friendly too.
My heart is sad
No emotions left
I wonder whether end
is near perhaps
Red and yellow flames
will burn my empty heart
to dust and mix with dust.
Beautiful body which is
so protective
Will also go with my heart.
Same story of the variable
creation of the Universe.
मेरी लगभग सभी
मनोकामनाएं हुईं पूरण।
जब मेरी प्यास तृप्त हुई।
न वासना का झोंका बचा
न ही जंग की धूल।
सदा भाग्य के बादल
नहीं होते अनुकूल ।
भावनाएं मेरी हैं उदास
मुझे आश्चर्य है शायद
मेरा अन्त है निकट।
लाल और पीली लपटों में
मेरा सूना दिल जल कर
मिट्टी में मिल जायेगा
सुन्दर सा बदन जिसकी इतनी
हिफ़ाज़त करती हूँ वह भी
दिल के साथ जायेगा।
सृष्टि के चर अचल की
यही है कहानी।
By Durga H Periwal
2022-5-21