Precious advice from trees:-
Precious advice from trees:-
When root is deep no reason to worry of wind.
Drink plenty of water.
Standing under us think welfare of all
And enjoy LIFE.
Precious words from the tree.
Durga H Periwal
2021-3-17
Observations from my life
Precious advice from trees:-
Precious advice from trees:-
When root is deep no reason to worry of wind.
Drink plenty of water.
Standing under us think welfare of all
And enjoy LIFE.
Precious words from the tree.
Durga H Periwal
2021-3-17
Doubts (संशय)
Doubts (संशय)
No communication
No relation
2021-3-17-
No communication
No relation
No relation
No commitment
No love.
No reason to continue
communication.
Time has no doubts
Time decides
Who we meet in life.
Heart decides.
Who we keep in life.
Behavior decides
Who stays in our life.
Distance does not ruin relationship,
Doubts do.
Better we keep our mouth shut.
Let people think
we are fool.
Instead open our mouth
and remove their doubts.
People may have doubt
what we say is right or wrong
But they trust us what we do.
We are our own worst enemy
to doubt in self,
Instead others doubt in us.
Do not doubt in self.
Do not waste a second.
Life is very short and
We have perspective life.
Uncertainty creates doubts,
And doubts creates fear.
Self doubt can be our
Friend or foe.
Self doubt may create
Constant pain in us or
Point us to our victory.
Freedom from doubts
may encourage us, inspire us,
Perhaps help us.
Doubt becomes cancer in life.
कोई संपर्क नहीं
कोई संबंध नहीं
कोई संबंध नहीं
कोई वादा नहीं
कोई प्यार नहीं।
कोई विश्वास नहीं
कोई कारण नहीं
संचार जारी रखने का।
इसमें कोई संदेह नहीं
समय तय करता है
हम जीवन मे किससे मिलें,
कब मिलें कहॉ मिले।
दिल तय करता है।
हम जीवन में किससे
सम्बन्ध बनाकर रखें।
हमारा व्यवहार तय करता है
हमारे जीवन में कौन रहे।
दूरी रिश्ते को बर्बाद नहीं करती
संदेह रिश्तों में दरार करते पैदा।
बेहतर है कि हम अपना मुंह बंद रखें,
लोगों को सोचने दें हम मूर्ख हैं।
इसके बजाय हमारा मुंह खोलें
और उनकी शंकाओं को दूर करें।
हमारी कथनी पर हो सकता न करें
लोग भरोसा, हो सकता उन्हें हो संदेह।
हमारी कार्य प्रणाली पर लोग
करेंगें भरोसा हम पर।
बजाय दूसरों के हमारा
सबसे बड़ा दुश्मन हमारा
स्वयं का संदेह।
न करें हम स्वयं पर संदेह।
एक सेकंड भी न करें हम बर्बाद ।
जीवन छोटा किन्तु है अमूल्य।
हमारा जीवन है परिप्रेक्ष्य।
नि:संदेह अनिश्चितता पैदा करती है संदेह।
आत्म शंका हमारी हो सकती
है दोस्त और हो सकती है दुश्मन।
आत्म संदेह हममें लगातार
कर सकता है दर्द पैदा,
हो सकता है कर रहा
हमारी सफलता की ओर इशारा।
शंकाओं से मुक्ति कर
सकते है हमें प्रोत्साहित,
कर सकते हैं हमें प्रेरित।
हो सकता हैं करें हमारी मदद।
शंका जीवन में बन जाती नासूर।
By Durga H Periwal
2021-3-19
Equilibrium disturbs
Equilibrium disturbs
Contribution of progressive life!!
Made the sky filthy
The earth depleted
Increased racism
Inequality
Bloodshed
killing the planet
Acidified Oceans
Threat coastal population
Danger marine life
Detrimental environment
Polluted Rivers
Blast rocks of
Mountains
Deforestation
Burning forest
Depletion of fresh water
प्रगतिशील जीवन का योगदान !!
आकाश को गंदा कर दिया
पृथ्वी पर संकट
जातिवाद बढ़ा
असमानता
रक्तपात
पृथ्वी ग्रह को ख़तरा
अम्लीय महासागर
तटीय आबादी को संकट।
खतरा समुद्री जीवों को
वैचारिक वातावरण
प्रदूषित नदियाँ
चट्टानो का विस्फोट
पहाड़ों
वनों की कटाई
जंगलों को जलाना
स्वच्छ जल की पर्याप्तता में कमी
Durga H Periwal
2021-3-20
Wise man maintains
Wise man maintains
Equilibrium in life.
No movement in his life
No fuss in his life
Maintains solitude
No stirring in his life
Crystal clear thoughts
No confusion
Desires are balanced
Not suppressed
Just like a mirror
Like clear river water
Can see his reflection.
He is emptied
Filled with inner joy
Heart is softer then lotus
Not disturbed by worldly
Activities but alert with touch of
A feather of a baby Robbin.
He is adorn with peace and empathy.
He is conditioned
But unconditioned
He is inactive
But create peace
For emptiness,stillness,
Tranquility, tastelessness,
Silence and non-action
Are the root of all things.
He is prosperous
And achieved attainment.
समझदार व्यक्ति
जीवन में रखते संतुलन
न कोई हलचल
न कोई उपद्रव।
शांत उनका जीवन।
सरल शुद्ध उनके विचार
हर प्रकार से रहते सात्विक।
भ्रम नहीं,दमन नहीं संतुलित
हैं उनकी आकांक्षाएँ।
दर्पण की तरह उनका जीवन।
नदी के पानी की तरह स्वच्छ
तरल सरल उनका जीवन
देख सकते वे अपना प्रतिबिम्ब।
आंतरिक आनंद से भरा हुआ
दिल, छल कपट से दूर।
हृदय उनका कमल से कोमल।
वे सांसारिक गतिविधियों में
नहीं उलझते,
किन्तु छोटी सी गौरैया के
पंख के स्पर्श से हो जाते सचेत।
शांति सहानुभूति से सुशोभित।
अनुकूल प्रतिकूल परिस्थितियों
से नहीं होते प्रभावित।
वे रहते हैं निष्क्रिय
किन्तु शांति से घिरा
रहता उनका जीवन।
सबकी जड़ शांन्ति।
उनको सिद्धि और समृद्धि
दोनों की रहती प्राप्ति।
By Durga H Periwal
2021-3-21
Horizon is magnificent
Horizon is magnificent
(Last night I found this poem
in my old junk of papers)
Horizon is magnificent
Absolutely spotless.
No restriction
All the birds fly over it.
Protecter
of all the habitants of the universe.
I am sitting in my patio
Watching big and small birds are fluttering
returning home to their babies.
Some birds make their nests
taking into consideration of safety
of their children from external attack.
I do not like to lose this precious time.
Every moment of this short time
Seems treasure to me.
Although I am enjoying this natural beauty
Sitting in my balcony,
But my thoughts in the psyche of my mind
shaking deep inside.
All of sudden
I felt jerk like earthquake.
My head is filled with thick forest of
Joy and sorrow;
However my heart is empty.
The web of insatiableness
Is not allowing me to be satisfied.
क्षितिज शानदार है,
स्वच्छ सुन्दर मन को लुभाने वाला
बिल्कुल बेदाग।
सभी पक्षियों को इस पर उड़ान भरने का
पूर्ण रूप से है अधिकार।
ब्रह्मांड के सभी वासियों का रक्षक क्षितिज।
मैं अपने बरान्डे में बैठी सन्ध्या के मनोहर दृश्य को
ऑखों में बसाना चाहती हूँ,
देख रही हूँ सूर्य विश्राम के लिये कर रहे हैं प्रस्थान।
बड़े छोटे पक्षी भी अपने बच्चों के पास लौट रहे हैं घर।
कुछ पक्षी बाहरी हमले से अपने बच्चों की सुरक्षा
को ध्यान में रखते हुए बहुत तरकीब से बनाते हैं घोंसला।
मैं इस कीमती समय को खोना नहीं चाहती।
इस कमनीय समय का हर पल लगता है मुझे क़ीमती।
हालाँकि मैं बारान्डे में बैठी इस प्राकृतिक
सौन्दर्य का ले रही हूँ आनन्द
मगर मेरे विचार मुझे मानस के तलपट में
अंदर तक झकझोर रहे हैं।
जैसे अचानक मुझे भूकंप के लग रहे झटके।
मेरे विचार सुख और दुख के घने बादलों
जैसे भटक रहे हैं।
असंवेदनशीलता का जाल
मुझे संतुष्ट नहीं होने दे रहा।
By Durga H Periwal
2021-3-23
Great Knowledge
Great Knowledge
Great knowledge sees all in one
Insight is my pride
It comes out as a whole.
Small knowledge
Breaks down in pieces.
Great knowledge is universal.
Small knowledge is limited.
Great words are inspiring.
Small words are chattering.
When our body sleep
Our soul enfolded in one.
When we are active
Our power diverged
Anxiety eats away peace
Insight is shaken.
सबको एक दृष्टि से देखता पूर्ण ज्ञान।
अन्तर्दृष्टि पूर्ण रूप से बनती सहायक।
अल्प ज्ञान विकट स्थिति में सकता डाल।
(नीम हकीम ख़तर-ए जान)
पूर्ण ज्ञान सार्वभौमिक सहायक।
सीमित ज्ञान की सीमा सीमित।
विश्वसनीय शब्द होते प्रेरणादायक।
अनुपयुक्त शब्द से प्रतिकूल
परिस्थिति का होता प्रादुर्भाव।
देह जब करती विश्राम
आत्मा करती अवलोकन।
हम जब होते सक्रिय
कार्यान्वित होती हमारी शक्ति।
चिंता करती भयाकुल,
अंतर्दृष्टि जाती है हिल।
(स्वानुभूति)
By Durga H Periwal
2021-3-22
HOLI
HOLI (FESTIVAL OF COLOR)
Colorful Holi came
Brought special freedom
No restriction
No social distance
No classification
Dissolving color in life
Wear colored clothes
Mixed mixture of joyousness
The nectar of colors of love
Colorful rainwater is poring
Everywhere in Holi.
Importance of affection in life
Enjoy and respect and get receive
Loved ones' love
We create a culture of brotherhood
Bliss, compassion,
Equanimity, forgiveness.
Get rid of discrimination
Bring solidarity to life.
From the hustle and bustle of life
Holi came to relieve.
Holi is special festival
We forgive everyone
And everyone may forgive us
Holi is a special day.
May peace prevail in
Every particles of this Earth.
Get rid of devils from the society.
Harmony should
Prosper in every home
Bless everyone joyous life
Burn the bonfire
All of us together.
Drink the juice of love
With kith and kin.
Mubarak's goodwill
of (gujia=Indian sweet)
Reaching your door.
रंग बिरंगी होली आयी
आजादी विशेष लायी।
कोई प्रतिबंध नहीं
सामाजिक दूरियॉ नहीं
कोई वर्गीकरण नहीं
जीवन में रंग घोलने
रंगों का परिधान पहन
हर्षोल्लास का मिश्रण घोल
प्रीत स्नेह के रंगों का अमृत
मेघपुष्प बरसाती होली आयी।
जीवन में महत्व को समझाने
प्रियजनों के प्यार का महत्त्व
समझाने हम करें आदर सन्मान
उनका,प्रीत स्नेह का लें आनन्द।
रचें भाईचारे की संस्कृति हम
आनंद, करुणा,
सम्यक्त्व, क्षमा।
भेदभाव से छुटकारा पायें
एकजुटता लाएं जीवन में।
जीवन की हलचल से
राहत दिलाने आयी होली
विशेष त्योहार हमारा होली
हम करें सबको क्षमा
सभी करें हमें क्षमा
विशेष दिन है होली का।
इस धरणी के कण कण
मे शांति ही शांति का हो वास।
समाज में मिटे शैतानी और मिटे शैतान।
सद्भाव की समृद्धि
विराजमान हो घर घर।
खुशहाल हो जन जन,
होलिका का दमन करें
हम सब मिलकर।
प्रेमानन्द की ठंडाई
का रस लें स्वजन सनेही
मुबारक का सद्भावभरा गुजिया
पहुँच रहा आपके द्वार।
Durga H Periwal
होली 2021
KABIR SAYS
KABIR SAYS
Sandalwood forest
Does not exist in Rainforest.
Emerald and Rubies
Not sold in heaps.
All oceans do not have pearls
Real spiritual person is not
Easily available in this world.
रेनफॉरेस्ट में नहीं मिलता
सैंडल की लकड़ी का जंगल।
पन्ना और रूबी ढेर में नहीं बिकते।
सभी महासागरों में मोती नहीं मिलते।
वास्तविक आध्यात्मिक व्यक्ति
आसानी से उपलब्ध नहीं दुनिया में।
By Durga H Periwal
Excerpt from Teaching of Kabir
2021-3-28
Kindness spreads sunshine
Kindness spreads warmth
in the world like the Sun.
Grace of humanity are
Compassion,kindness and love
brightens the world.
Compassion and empathy
Gives feeling to life of affinity.
In this crowded world
We get tired of battling with
Tremendous problems alone,
If we get some sympathy
from someone we flourish with joy.
After heat of summer and tremors of
Rains we welcome spring.
Everyone relaxes in spring.
After sorting of black clouds
With bright sun Illumination of
The universe is unique.
The ocean of compassion flows in every heart.
If someone spill water to thirsty to satisfy
His quench is the identity of a good personality.
Seeds of kindness sprouted in heart of trees.
Without show of they provide shade
And relaxation to travelers.
Nectar of Ambrosia flowing in every heart.
Mercy, kindness,compassion spreads goodwill.
See outside of your window probably
Someone needs your kindness
Shower on him love and compassion.
Your spirit will glow like stars.
His days will change, he may prosper.
Be compassionate, mercy
May wave of joy in life.
Life is just like a kite any time
Could cut from the thread
When roof would fly from our head
No one knows.
करुणा प्रेम प्रकाश फैलाती जग में।
मानवता का श्रृंगार अनुकम्पा
करुणा अन्तर की संवेदना
ज़िन्दगी को देती अहसास
अपनत्व का।
दुनिया की भीड़ मे मुसीबतों से
अकेले झूझते जब हम थक जाते है,
कोई हमदर्द मिल जाय पनप जाते हैं हम।
घाम की तपन और वर्षा के झटकों
के बाद ऋतु बसन्त देती सबको विश्राम।
घनघोर बादलों के छँटने के बाद सूर्य
का प्रकाश बनता ब्रह्मान्ड की अनुपम शोभा।
हर हृदय में बहता करुणा का सागर
छलकते पानी से प्यासे की प्यास
बुझाना अच्छे व्यक्तित्व की है पहचान।
दया के बीज अंकुरित हैं वृक्ष के अन्तस
बिन बोले राही को देते छाया और विश्राम।
सहृदयता में प्रवाहित अमृत सरोवर
दया करुणा करती नाम उजागर।
देख झरोखे से खड़ा है बाहर कोई मोहताज
कर कृपा उस पर बन जा उसका सरताज।
तेरी रूह दमक जायेगी सितारों की तरह।
उसके दिन बदल जायेंगे
विकसित हो जायेगा उसका जीवन।
दयावान बन,कर दया आनन्द की लहर लहरायेगी
जिन्दगी कटी पतंग है कब सर से छत उड़ जायेगी,
कोई नहीं जानता।
By Durga H Periwal
2021-3-30
As and when gracious souls
As and when gracious souls
Come on the earth,
Mother earth get thrilled.
Some notable names are
In history of the world.
They have inner divine power.
Due to their gracious creations
Face of mother earth shines like sun.
They are self-centered
While living in life they face
several problems.
But they do not get distraught.
Like ocean do not get agitate
With enormous storms.
Uncounted monsters live in;
Despite several waves dance
But ocean does not get perturbed.
Unseen power accompany
Them and bless them.
जब जब होता दिव्य
आत्माओं का अवतरण
होता आलोकित उच्च
वसुधा का ललाट।
विश्व के इतिहास में
उल्लेखनीय हैं कुछ नाम
उनकी हृदयग्राही कृतियों से
सम्पूर्ण विश्व होता आलोकित।
वे स्वच्छ स्वतन्त्र स्वशासित
रहते जीवन में आत्म विभोर।
नहीं होते आकुल व्याकुल
नहीं खोते संतुलन।
सहते कष्ट अनेक।
जैसे सागर नहीं होता
तूफानों से परेशान
बेशुमार राक्षसी जीव
रहते उसके अन्दर,
लेकिन सागर चलता
रहता अविचलित।
उसके जल पर नृत्य
करती लहराती लहरें अथक।
नैसगर्गिक शक्तियॉ
रहतीं इनके साथ
सर्वस्व सौंपती इनके हाथ।
ऐसी प्रतिभाओं पर रहता
देवों का वरद आशीर्वाद।
By Durga H Periwal
2021-4-1