Awake from dream
Awake from dream
Stand In front of mirror
Remove curtain
See perpetually
adorned face of
Beautiful grand world.
Mysterious mystery
Understand the mystery
and would like to
Take a look
Take a wink
I am unknown to him
No one look like him.
I Should introduce myself
To Supreme God
We are proof of his creation.
स्वप्न से जागूँ चेतना के दर्पण
के सम्मुख मोह माया का
हटाऊँ पर्दा सज़ा हुआ
देखूँ नित्य नवनीत
भव्य जगत का सुन्दर स्वरूप
रहस्यमय ब्रह्ममान्ड के गूढ़
रहस्य को समझूँ और
एक झलक देख लूँ
एक पलक निरख लूँ
अब तलक हूँ परिचयहीन
हूँ अज्ञात उनके लिये
उस जैसा दिखा न कोई।
करुँ साक्षात्कार उस
परब्रह्म परमेश्वर से।
उसकी रचना का
प्रमाण हम।
Durga H Periwal
20.8.2020
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