When our inner lamp ignited
When our inner lamp ignited
Beauty of unique aura
Spreads around us.
When our inner power
become intense
Vibhranthi ceases.
Internal power is stronger
then external power.
When exuberant day light arises;
The power of clouds is over.
And get freedom from dark night.
अन्तर प्रज्वलित हुआ दीप हमारा
आभा का फैला प्रताप निराला।
जब हमारी अन्तर शक्ति हुई प्रचण्ड
विभ्रान्ति का वजूद हुआ समाप्त।
आंतरिक शक्ति बाहरी शक्ति से सशक्त।
आकाश मंडल में छाया प्रकाश
बादलों की सत्ता हुई विलीन।
निशा निशाचर से छूटा फन्दा
वज्र तुल्य हुआ मंगल सबेरा।
By Durga H Periwal
2021-1-13
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