Earth is the playground of children
Earth is the playground of children
Our children, their children, white children,
Black children and brown children.
Due to our stupidity of caste class creed religion
We are endangering the future of mankind.
Our intelligence and success lies in it,
Let us not divide the earth and human kind.
Discrimination of our emotions can affect
Children's bright future.
Let us not destroy our children's bright future.
Love is the purest true form of the soul.
Once upon a Time in India Lord Krishna
was playing eating with schedule cast.
No class was define.
Lord Rama in his time was
eating with schedule cast
No clan was defined.
The playground in the nuclear parade ground
What are we missing by changing
We do not realize it.
Time is telling us that the
foundation of our life is in danger.
We don't believe that we are not
completely independent,
we are an integral part of nature,
And our life depends on that.
Nature is the dominion of us.
Once upon a time, Mahatma Gandhi said
"Will take eyes in return
The whole world will go blind ”.
Humanity is going through a grave situation.
Whatever will happen is inevitable
but with our competence
We should learn from the world history
धरती बच्चों के खेल का मैदान है,
हमारे बच्चे, उनके बच्चे,गोरे बच्चे,
काले बच्चे और भूरे बच्चे।
जाति वर्ग धर्म की हमारी मूर्खता से
मानव जाति का भविष्य खतरे में डाल रहे हम।
हमारी बुद्धिमानी और कामयाबी इसीमें है,
धरती मॉ को विभाजित न होने दें हम।
हमारे मनोभाव के भेदभाव से बच्चों के
उज्जवल भविष्य का विभाजन न होने दें हम।
प्रेम आत्मा का सबसे शुद्ध सच्चा स्वरूप है ।
भारतवर्ष में राम कृष्ण के युग में जातिवाद और काले गोरे
में मतभेद का नहीं था राम ने भिलनी के घर बेर खाये
तो कृष्ण ने ग्वाल जाति संग बचपन बिताया।
खेल के मैदान को परमाणु परेड ग्राउंड में
परिवर्तित करके क्या खो रहे हम
इसका एहसास नहीं हमें।
समय कह रहा हमारे जीवन की नींव ख़तरे में है
हमें धारणा नहीं है कि हम मन मर्जी करने के लिए
पूर्ण स्वतंत्र नहीं हैं हम प्रकृति का अभिन्न अंग हैं,
और उस पर हमारा जीवन निर्भर करता हैं।
हम पर प्रकृति का आधिपत्य है।
एक समय की बात है महात्मा गांधी ने कहा
"आँख के बदले में ऑंख लेंगे
पूरी दुनिया अंधी हो जायेगी”।
मानवता गम्भीर स्थिति से गुज़र रही है।
होना तो वही है जो होना है किन्तु,
हमारी क़ाबलियत से गत काल की
इतिहास से सबक़ लें यही श्रेष्ठ है हमारे लिये।
Durga H Periwal
10.11.2020
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