My pen is free Crawls
My pen is free Crawls
on blank papers.
Cloud of thoughts
moves in and try to
express my thoughts in words.
As loose pearls put in a thread
Called string of pearls.
Group of words joined called line
And of few lines is called a poetry.
Flow of emotions
Or should I say my devotion
towards my inner voice
give me courage to present
my poetry to my dear readers.
Probably they like
to read my poetry.
Poetry is boned with ideas,
flow of emotions
in the nerves held together.
मेरी क़लम स्वतन्त्र है
रेंगती है कोरे काग़ज़ पर।
विचारों के बादल चलते
रहते अन्दर।
उन्हें व्यक्त करने
का करती मैं प्रयास।
शब्द चन्द पंक्तियों का
करते रूप धारण।
जैसे खुले मोती धागे में
बिंध कर कहलाते हार।
शब्द पंक्तियों में जुड़ कर
कहलाते काव्य।
भावनाओं का उफान कहूँ
या कहूँ मेरी निष्ठा का परिणाम।
मेरे आंतरिक शब्दों का
कारवॉ आपके सन्मुख
प्रस्तुत करने का करती मैं साहस।
संभवतःमेरे प्रिय पाठकगण
करते इन्हें पसन्द।
कविता विचारों से जुड़ी होती है,
विचार और भावनाओं का प्रवाह बहता रगों में।
By Durga H Periwal
2021-5-5
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