Peace Peace Peace
Peace Peace Peace
Peace is like gentle rain
The hard dry soil gets soft
with gentle rain.
In soft soil seeds sprouts
Rebirth of the seeds.
Rain of peace
Nurture patience
Our fragmented humanity
Will be alive again
Soul will be nourished
Life will be prosperous
The society will prosper .
Justice, Generosity and Compassion
The sight will emerge
The environment will be peaceful .
Anger greed ego will be washed away.
Rejuvenate humanity
Harmony will flourish in human life.
शांति शांति शांति
जैसे हल्की हल्की बारिश
सूखी मिट्टी को करती सोंधी।
सोंधी मिट्टी में बीज होते पोषित
फूटते उनमें अंकुर
होता उनका पुनर्जन्म
शांति की बारिश
धैर्य का करती पोषण
हमारी खंडित मानवता
फिर से होगी जीवित
आत्मा का होगा पोषण
जीवन होगा सम्पन्न
सुख समृद्ध होगा समाज।
न्याय, उदारता और करुणा
की दृष्टि का होगा प्रादुर्भाव
सुख शान्तिमय होगा वातावरण।
क्रोध लोभ अहंकार धुल जायेंगे
समरसता पनपेगी मानव जीवन में
By Durga H Periwal
2021-4-30
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