Sunday, 29 November 2020
"Our smile is past”
We are human
We are human
We are human
humanity is our pollen.
Like flowers
We should spread
our scent in the air.
Share treasure of our good qualities
with our fellow citizens.
Our character should be revered(कल्प तरु)
our moral should be very high.
The trunk of the tree should become stage.
The branches of this tree
become musical instruments like
Flute veena and many more.
Bhairavi raga play on Veena.
May our qualifications
be helpful for human upliftment.
May joy and happiness be always in human life.
We should be fortified with rampart of
our good conduct and compassion.
May our qualification assist the society
to become elite and joyous.
The jealousy and greed
should not touch us.
We should be honest and efficient.
Awaken integral part of our body.
मानव हैं हम मानवीयता
हमारा है सौरभ।
कुसुमों की तरह हम
फैलायें पराग हमारा।
करें निछावर जन गण पर
अपने गुणों का ख़ज़ाना ह
चरित्र हमारा कल्प तरु सम
तरु का तना बने रंगमंच।
इस तरु की डार डार जैसे अभिन्न
उपकरण हों वाद्य संगीत।
पत्तों की झंकार जैसे बाँसुरी का स्वर
वीणा पर बज रही भैरवी राग
करुणा की छाया में सद्वयवहार
बनें हमारा दरख़्त सदाबहार।
हमारी योग्यता सहायक हो,बने
मानवीय उत्थान का साधन।
उल्लास आह्लाद हो मानव जीवन में
समाज बने कुलीन सम्भ्रान्त।
डाह क्लेश नहीं ब्यापे हममें,
व्यवहार कुशल हों हम सब लोग।
चैतन्य जगे अन्तरात्मा रोम रोम हो पुलकित।
By Durga H Periwal
27.11.2020
Monday, 23 November 2020
The Mysterious universe
The Mysterious universe
The Mysterious universe
I am surprised,
on the creativities
of the mysterious universe.
The wondrous works
of the universe are infinite,
We are unique creation
of the universe.
We can hear
we can speak
we can express our feelings.
Emotion is an integral part
of culture of our life.
Quid pro quo Desires
draw us towards progress.
As human our intention
is to gain power
to control abundance.
We have got tremendous
facilities on this planet
In return universe wants
dedication from us.
Let us honor our colleagues
on this earth floor.
In their need
we should help them
Try to be sincere
decent human being.
Time cycle is controller
of our life span.
Bring us in this universe
and take us back
Someone ahead
someone back
We rotate.
We come and go.
Like ever shining
bright sun rays
shattering in the amber
Night is draped in
Light Black diamonds
Studded silk tassel.
The night is silent,still,
Cool environment.
Kingdom of moon
is the secret of shining
Bright night.
People relax enjoy
Eternal happiness
In peaceful night
Beauty in absolute silence.
Calm and quiet.
ब्रह्माण्ड
आश्चर्यचकित हूँ मैं,
रहस्यमय ब्रह्मांड की कृतियों पर।
ब्रह्माण्ड की विस्मयकारी कृतियॉ असीम,
हम हैं ब्रह्माण्ड का विलक्षण सृजन।
हम सुन सकते हैं बोल सकते हैं
व्यक्त कर सकते हैं अपनी भावनाएँ।
भावना हमारे जीवन की संस्कृति का अभिन्न अंग है।
भावनाओं के अन्तर्गत अभिज्याय
अभिलाषाएँ खींचती हमें प्रगति की ओर।
हमारी चाहत सदैव रहती प्रचुरता पर करें हम नियन्त्रण।
अनन्त सुविधाएँ मिली हमें पृथ्वी से
ब्रह्म भी हमसे चाहता है पूर्ण समर्पण।
भूतल पर हम करें हमारे साथियों को सम्मानित।
बने सहायक उनके और बने हम सभ्य इंसान।
समय चक्र हमारे जीवन का निर्णायक
जैसे नाटककार हमें भेजता रंगमंच पर
हम किरदार निभाते अपना,
जैसे ही ख़त्म होती हमारी भूमिका
स्थानान्तर होता हमारा ।
अन्य आते दूसरा किरदार निभाने।
कालचक्र कभी नहीं रुकता
हम घुमते रहते सदा इसीमें अन्तर्गत
कभी कहीं कभी कहीं सब घूमते रहते हैं।
हम सब आते जाते रहते हैं कोई आगे कोई पीछे।
जैसे कभी सूर्य किरणें अम्बर में बिखरती,
तो कभी काले रेशम की चादर में चॉद का होता आगमन।
आकाश मंडल पर कभी सूर्यप्रकाश का साम्राज्य,
तो कभी चन्द्रमा फैलाता अपनी ज्योत्सना।
By Durga H Periwal
5.11.2020
There would have no prosperity
There would have no prosperity
There would have no prosperity in the world
If there was no sun light
The world could not have energy
If there was no thunder in the clouds
If there was no muffled sound in the air
If there was no coolness in the night
If there was tweet of birds
If there is no "kalkal" sound in the water
If there were no waves in the ocean
The atmosphere would have been distorted
If there was no rain no forests and no farming
If there were no children no hope was there
If we were not there
there would have no friendship
There could be amiability.
If in life no joy and sorrow humanity could not exist
There could not be harmony in life.
दुनिया में समृद्धि नहीं होती
अगर बादलों की घड़घड़ाहट नहीं होती
अगर हवा में सरसराहट नहीं होती
अगर रात में चॉद की शीतलता नहीं होती
अगर पक्षियों का कलरव नहीं होता
अगर पानी मे कल कल की ध्वनि नहीं होती
अगर सागर में लहरें नहीं होती वातावरण विकृत होता
अगर बरसात नहीं होती तो हरी भरी धरती नहीं होती
अगर बच्चों की चुलबुलाहट नहीं होती
अगर आप हम नहीं होते मित्रता नहीं कलुषिता होती
अगर जीवन में सुख दुख नहीं होते मानवता नहीं होती।
By Durga H Periwal
7.11.2020(FB)
The fundamental cause of the trouble
The fundamental cause of the trouble
The fundamental cause of the trouble
In the world the stupids are cocksure.
While the intelligents are full of doubts.
Too many people are thinking of security
instead I am not afraid of tomorrow,
for I have seen yesterday and I love today.
Do not be afraid;
No one can take away
our fate from us.
मुसीबत का मूल कारण हमारा संदेह-
दुनिया में बेवकूफ लोग संशयविहीन होते हैं।
जबकि बुद्धिमान संदेह से भरे हुए होते हैं।
बहुत से लोग सुरक्षा के बारे में सोचते रहते हैं
मैं आनेवाले कल के बारे में नहीं सोचता,अलबत्ता
मैंने गत कल देखा है और मैं आज वर्तमान मे जी रहा हूँ
डरने से हम कुछ भी हासिल नहीं कर सकते,
हमें सतर्क रहना चाहिये,होनी तो होकर रहती है।
किसीने कहा है अनहोनी तो होनी नहीं
होनी तो होकर रहेगी।
हमारा भाग्य हमसे कोई नहीं छीन सकता है।
ByDurga H Periwal
9.11.2020(FB)
Earth is the playground of children
Earth is the playground of children
Earth is the playground of children
Our children, their children, white children,
Black children and brown children.
Due to our stupidity of caste class creed religion
We are endangering the future of mankind.
Our intelligence and success lies in it,
Let us not divide the earth and human kind.
Discrimination of our emotions can affect
Children's bright future.
Let us not destroy our children's bright future.
Love is the purest true form of the soul.
Once upon a Time in India Lord Krishna
was playing eating with schedule cast.
No class was define.
Lord Rama in his time was
eating with schedule cast
No clan was defined.
The playground in the nuclear parade ground
What are we missing by changing
We do not realize it.
Time is telling us that the
foundation of our life is in danger.
We don't believe that we are not
completely independent,
we are an integral part of nature,
And our life depends on that.
Nature is the dominion of us.
Once upon a time, Mahatma Gandhi said
"Will take eyes in return
The whole world will go blind ”.
Humanity is going through a grave situation.
Whatever will happen is inevitable
but with our competence
We should learn from the world history
धरती बच्चों के खेल का मैदान है,
हमारे बच्चे, उनके बच्चे,गोरे बच्चे,
काले बच्चे और भूरे बच्चे।
जाति वर्ग धर्म की हमारी मूर्खता से
मानव जाति का भविष्य खतरे में डाल रहे हम।
हमारी बुद्धिमानी और कामयाबी इसीमें है,
धरती मॉ को विभाजित न होने दें हम।
हमारे मनोभाव के भेदभाव से बच्चों के
उज्जवल भविष्य का विभाजन न होने दें हम।
प्रेम आत्मा का सबसे शुद्ध सच्चा स्वरूप है ।
भारतवर्ष में राम कृष्ण के युग में जातिवाद और काले गोरे
में मतभेद का नहीं था राम ने भिलनी के घर बेर खाये
तो कृष्ण ने ग्वाल जाति संग बचपन बिताया।
खेल के मैदान को परमाणु परेड ग्राउंड में
परिवर्तित करके क्या खो रहे हम
इसका एहसास नहीं हमें।
समय कह रहा हमारे जीवन की नींव ख़तरे में है
हमें धारणा नहीं है कि हम मन मर्जी करने के लिए
पूर्ण स्वतंत्र नहीं हैं हम प्रकृति का अभिन्न अंग हैं,
और उस पर हमारा जीवन निर्भर करता हैं।
हम पर प्रकृति का आधिपत्य है।
एक समय की बात है महात्मा गांधी ने कहा
"आँख के बदले में ऑंख लेंगे
पूरी दुनिया अंधी हो जायेगी”।
मानवता गम्भीर स्थिति से गुज़र रही है।
होना तो वही है जो होना है किन्तु,
हमारी क़ाबलियत से गत काल की
इतिहास से सबक़ लें यही श्रेष्ठ है हमारे लिये।
Durga H Periwal
10.11.2020
The greatest accomplishment
The greatest accomplishment
The greatest accomplishment
is peaceful mind.
Keep calm not chaos
Be unattached not indulge
Be competent not inadequate
Eligible ineligible
Be enthusiastic not apathetic
Keep calm not agitated
Be pride not proud
Be unselfish not selfish
Be aware not oblivious
Be intelligent not stupid
Be spiritual not materialistic.
Be Bright not baffled
Be wealthy not mean
Be talented not proud
Maintain peace not pressure
Be gracious not guilty
Result fruitful not frightful
Hopeful not heaviness
Clarity not confusion
सबसे बड़ी सिद्धि शांतिपूर्ण मन।
शान्त रहें अशान्त नहीं
निर्लिप्त रहें लिप्त नहीं
क्षमता रखें असमर्थता नहीं
योग्य बनें अयोग्य नहीं
उत्साहित रहें निरुत्साह नहीं
स्वाभिमान रखें अभिमान नहीं
निस्वार्थी बनें स्वार्थी नहीं
जागरूक रहें बेखबर नहीं
निपुण बनें मूर्ख नहीं।
अध्यात्म ज्ञान पनपे अज्ञान नहीं
उज्जवल हो जीवन मलिन नहीं
यशस्वी बने बदनाम नहीं
सम्पन्न बने क्षुद्र नहीं
प्रतिभाशाली बने गर्वीला नहीं।
By Durga H Periwal
15.11.2020
Miraculous morning!
Miraculous morning!
Miraculous morning!
This is before dawn
Serene morning!
What a beautiful time!
No sound of rain water
It seems rain is tired
Taking rest and stopped.
No rain no water.
No sound of storm (toophan)
Neither birds fluttering
No music of robins
Footpaths are empty
(no one walking)
No rustle no bustle
Just me and my thoughts
are with me,
What a beautiful time!!
The name is blue sky
but it is absolutely dark
Empire of darkness.
The sun is away do not know
When will he come?
The redness is far away
from the horizon.
How much should I say the
The earth has found peace.
There is relief from clamor.
She is resting in diamond
pearl studded shiny black
comforter.
The earth must be happy
under the beautiful comforter
The land is full of peace
Joy of unique atmosphere
The inner mind sunk in tranquility.
भोर का समय है क्या कहूँ मैं
इस वक्त की शालीनता का
कितना मनोहर वक्त है।
लगता है बरसते बरसते
वर्षा के घुँघरू थम गये
न वर्षा के घुँघरू की छमछम
न तूफ़ान का बवंडर
न पत्तो की खरखराहट
न डालियों का नृत्य
न पक्षियों की फड़फड़ा हट
न गौरिया का संगीत
न पगड़डियों पर पदचाप
न गाड़ियों की सरसराहट
सिर्फ़ मैं और मेरे विचार
मेरे साथ है।
कितना सुन्दर वक्त है।
नाम नील गगन है किन्तु
अँधियारे का साम्राज्य है।
भास्कर का पता नहीं
अभी तो क्षितिज से
लालिमा अति दूर है।
कितना करूँ बखान
पृथा को मिली है शान्ति
कोलाहल से मिली है राहत।
हीरे मोती जड़ी चमकीली स्याह
दोहड़ में कर रही आराम।
जल थल गगन सब हैं शान्त
अनुपम वातावरण का आनन्द
निर्मल लगता अन्तर मन।
By Durga H Periwal
16.11.2020
Sky is stable
Sky is stable
Sky is stable
Earth is dauntless
Air is powerful
Fire is fierce.
Water is flowing.
We are mixture of all.
नभ स्थिर है।
मही अभय है।
वायु महाबली है
अग्नि प्रचण्ड है।
जल प्रवाहशील है।
सबका मिश्रण हम हैं।
By Durga H Periwal
18.11.2020
Reputation (आबरू)
Reputation (आबरू)
Reputation (आबरू)
Fate was touching height
Mind frightened
How to protect status?
Not to lose prestige
Fear of scorn
The body shivers
Heart beat is faster
Like a train engine
Complexed thoughts
Like spider web spreading
Most important to maintain respect.
If perfume bottle is not
closed properly,
the perfume will dry.
Similarly if proper care is not
taken of reputation, will be lost.
I have to protect gained
status with wisdom.
जब भाग्य छू रहा था गगन
मन में में हो रही थी कम्पन
आबरू बचाने का जतन
प्रतिष्ठा न खोने का प्रयत्न
तिरस्कार से बचने का भय
बदन में हो रही सिरहन
धड़क रही हृदय की धड़कन
जैसे चल रहा ट्रेन का इन्जिन
विचारों की जटिलता की उलझन
फैला रही मकड़ी का जाल
असमन्जस में खो न जाये सम्मान।
कश्मकश प्राप्य है इत्र समान
अगर परफ्यूम की बोतल
नहीं ठीक से बंद, इत्र सूख जाएगा।
इसी तरह अगर उचित देखभाल नहीं
होगी प्रतिष्ठा की, प्रतिष्ठा खो जाएगी।
बुद्धिमत्ता से करें कैसे इसका संरक्षण?
By Durga H Periwal
18.11.2020
Epilogue
Epilogue
Epilogue
State of mind
Relaxed body
Tangled hair
Leaned eyelids
Tired eyes
Innocent face
Dry lips
No flow
No jealousy
No ego
No longing
Heartbeat
Pulse twitching
Blood flow in veins
Disinterested
No sadness
No smile
No hoarding
No fastening
No emotions
Proud of labor
Glory of the world
उपसंहार
मनोदशा
शिथिल शरीर
उलझे बाल
झुकी पलकें
थकी आँखें
मासूम चेहरा
सूखे होंठ
प्रवाह नहीं
ईर्ष्या नहीं
अहंकार नहीं
लालसा नहीं
दिल की धड़कन
नाड़ी में स्पन्दन
नसों में रक्त प्रवाह
उदासीन
दुख नहीं
मुस्कान नहीं
जमापुन्जी नहीं
भय नहीं
बन्धन नहीं
भावना नहीं
श्रम गर्वित
विश्व की गौरव।
By Durga H Periwal.
20.11.2020
Caged Bird
Caged Bird
A caged bird
A bird locked in a cage
Gathers dry twigs and grass
In hope that one day
She will be free and will
Make her own nest.
Dreams she will have
Beautiful home.
She will have babies in the nest
She will raise her children.
She will fly collects grain
In her beak will feed the children.
Will make them grow.
Will take care of them.
The time comes when baby
Grow up and grow big
The nest becomes small.
Children spread wings
And a day come they fly
Away from home.
One day when the bird
Returned home walked
In the nest found deserted
and empty nest.
Sad distressed poor sparrow
Started loud screaming,
But there was no one
to hear sparrow's cry.
चिड़िया पिंजरे में बन्द
सूखी टहनियॉ और घास
इकट्ठा करती है,उम्मीद
है एक दिन आज़ाद होकर वह
अपना एक सुन्दर सा घर
(घोंसला) बनायेगी।
सुन्दर सा स्वप्न देखती है,
घोंसले में उसके बच्चे होंगे
बच्चों की वह करेगी परवरिश
चुनकर दाना लायेगी
बच्चों की खिलायेगी।
उनको बड़ा करेगी,
उनकी करेगी देखभाल।
वक्त आता है जब बच्चे
बड़े हो जाते हैं बढ़ते हैं और
घोंसला छोटा हो जाता है।
बच्चे पंख फैलाते हैं और
उड़ जाते हैं।एक दिन जब
चिड़िया दाना लेकर घर
लौटती है और देखती है
घोंसले में चहल पहल
किलकारियाँ नहीं,
सूनसान खाली है घोंसला।
दुखी व्यथित ज़ोर ज़ोर
से चीख़ने लगती है बेचारी गौरैया,
लेकिन वहॉ कोई नहीं था,
सुनने वाला गौरैया का रुदन।
By Durga H Periwal
23.11.2020
Friday, 20 November 2020
On this auspicious ultimate
On this auspicious ultimate
On this auspicious ultimate
Holy festival of Diwali
Let us all pray together
May happiness be filled with prosperity and peace.
There should be joy and happiness in everyone's life
The courtyard of every house be illuminated with tree of lamps.
We should stay away from the darkness of jealousy, fear, hatred
Greed, doubts, animosity and hostility.
Let sense of service dwell in our hearts
Love of light illuminate every home
Balloons of goodwill fly in horizon.
Pray and celebrate this beautiful festival
Together we break the wall of distinction.
We should ignite the inner light.
And elaborately decorate inner peace.
Together we ,should celebrate
The festival of harmony and happiness
Our good karma will make our life like festival.
I send my respectful greetings to
All my family members and friends near and far
Kindly accept my heartfelt respectful Diwali greetings.
May Ma Laxmi open doors of happiness
And prosperity in everyone in our Universse.
अमावस की रात
चाँद बिना अंधेरी रात।
किन्तु आज है प्रकाश का त्यौहार
अरबों सितारों ने अम्बर में बिछाया जाल
चहक रहा अम्बर लगता शानदार।
स्नेह प्रेम की ऊर्जा बॉट रहा घर घर।
अम्बर तले पृथा पर हर्षित जन जन।
चमकते आकाश तले उत्कृष्ट सान्ध्य
स्व दुख दर्द को बिसराने का करते प्रयास।
जलाते पटाखे मुस्कुराते भूलते ग़म और दर्द
पटाखों संग विगत का बिसराते बैर भाव।
प्रफुल्लित मानव मानवी वृद्ध बालक
सुख सम्पन्नता से सफल सबका जीवन।
ज्ञान का भव्य प्रकाश प्रज्वलित सबके अन्दर।
सोचें समझें हम मनाये यह शुभ त्यौहार
परिवार और मित्रों संग।
माँ लक्ष्मी के भव्य स्वागत की
विशेष रूप से करें तैयारियॉ।
मैंने सुना है भारत मे यूरोप के
24 राष्ट्रों के लिये जलायेंगे दीपक अपने घरों में
करेंगे प्रार्थना सार्वभौमिक सुख सम्पदा
शान्ति प्यार और निरोगी उम्र करें प्रदान
माँ लक्ष्मी सर्व देवों संग पधार कर।
मेवा फल मिठाइयों का सत्कार
सहित करतेआपस में आदान प्रदान।
ये सब भावना का खेल मिलती इनसे प्रेरणा।
वैर भाव होते कम बढ़ती नजदिकियॉ।
मेरे प्रियजनों और मित्रों को
दिपावली की हार्दिक मंगल
कामनाओं सहित सादरवन्दना।
HAPPY DIWALI
Durga H. Periwal
14.11.2020