Hope awakening desires
The craving for everlasting thirst
Sadness prevails in the world of splendour
Waves of unfavourable wind inside
The same waves are in water,
The same waves are in the wind
But when the mind decides
And reached to some conclusion
Unfavourable wind waves keep waving in.
The sound of difference always supports them
Advancement of truth that is not true
And there is always an attempt to climb
The false ladder of happiness
Many distraught fickle minds
This keeps on rumbling like frosty parrots
And keeps wandering which is not true.
जगती अभिलाषा उमड़ती आशा
सदा प्यासी रहती ललित लालसा।
वैभव की दुनिया में बनी रहती उदासी
उत्साह की प्रेरणा धीरे धीरे क्षीण होती जाती।
बाहरी मन भ्रान्त सदा निरखता सपना,
जल में वही तरंग पवन में वही हिलोर,
किन्तु मन जब निश्चित कर लेता कोई मत
प्रतिकूल पवन की तरंगें लहराती अन्दर।
अन्तर की ध्वनि सदा समर्थन उनका करती
जो सत्य नहीं है, उसको निरंतर सत्य मान उन्नति
और सुख की असत्य सीढ़ी पर चढ़ने का सदैव प्रयास करती।
आकुल व्याकुल चंचल मन सहता कष्ट अनेक
पाले हुए तोते की तरह रटता रहता है यही सत्य है
और उसके पीछे भटकता रहता जो सत्य नहीं है।
By Durga H Periwal
14.12.2019
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