Nothing has changed
Nothing has changed
In the world for centuries.
Human body is designed
Most complex.
No change in actions.
Body movements are the same.
No change in emotions desires
Anger, jealousy, greed,hatred.
No changes come
In hinges on the spine
Bones are fragile
With age Joint gets stiff.
Blood flows continuously
In the veins under the thin skin.
As the rivers flow outside,
Life stream flows inside us.
Deep connection of air and breath.
It is impossible to live without victuals. .
Life does not work without energy.
Two beautiful eyes are on the face
Could see the magnificent creation.
Thunder clusters in the outer world
Same way humans carry emotional
Clouds loses balance of speech.
No change in origin form of the
Universe since centuries.
The second part of the original
form is different.
Old age brings inevitable
changes in living things.
Density of bones
Weakens gets reduced.
Joints get Stiffness.
Skin gets wrinkles.
Muscles become weak.
Vision become weak.
Grip reduces.
The power of labor
Becomes less.
The earth, mountains,
Forests, trees, animals,birds
Change come everywhere,
To everyone over time.
Nothing change since centuries
This cycle goes on.
विश्व में कुछ नहीं बदला सदियों से।
मानव शरीर को सबसे
जटिल बनाया गया है ।
शरीर की गतिविधियों में
नहीं आया कोई अन्तर।
रीढ़ की हड्डी पर टिका है ढॉचा
हड्डियॉ नाजुक होती है
उम्र के साथ जोड़ों में आती अकड़न
शरीर में पतली त्वचा के अन्दर
नसों में निरन्तर बहता है ख़ून।
जैसे बाहर नदी बहती है,
वैसे ही पानी की नदी
जीवन धारा बहती हमारे अन्दर।
हवा और श्वॉस का गहरा सम्बन्ध।
पेय पदार्थ बिना जीना असम्भव।
उर्जा बिना चलता नहीं जीवन।
मुखमंडल पर टिके हैं सुन्दर से दो नयन
नयनों की ज्योत दर्शाती सृजन का सौन्दर्य
बाह्य जगत में बादलों का समूह करता गर्जन
मानवीय संवेदनाएँ होती कम
भावनाओं में बहकर खो देता संतुल
मूलरूप में नहीं कोई परिवर्तन
मूल रूप का दूसरा भाग है विभिन्न
उम्र के साथ जीव जगत में आता अन्तर
हड्डियों का घनत्व हो जाता कम।
जोड़ों में अकड़न त्वचा में झुर्रियाँ
मांसपेशियां हो जाती कमजोर।
परिश्रम की शक्ति हो जाती कम।
समयोपरान्त पहाड़ नदी पृथ्वी वृक्ष
जानवर पक्षी सबमें उम्र लाता परिवर्तन।
कुछ नहीं बदला यह सिलसिला
चल रहा सदियों से।
By Durga H Periwal
2021-2-16
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