Saints are reticent.
Saints are reticent.
They believe in intuition.
They have control on
Physical activities.
They do not trust the responses.
They keep restraint on emotions.
Not attached in worldly activities.
Do not have passion for material things.
Their tendency is to live peacefully
In quiet atmosphere.
They believe in equanimity.
Silence would be their strength.
They are bright and wise.
Against exaggeration.
Believing in spiritualism.
Deep seated aversion to
Greed, jealousy and arrogance.
Saints trust in unseen power.
They enjoy self realization.
They are aware of soul and spread
Pure love among the people.
Always remain focused.
Most of their time they sit in meditation.
But they are aware of
activities of the universe.
Their heart is filled with love.
Just like water in the clouds.
Tact efficient proficient.
Sharing peace and harmony.
Away from ego, full of efficiency.
They are empowered and talented.
Saints are close to invisible power.
Saints live in peace and are noble.
मितभाषी होते है संत।
अंतर्ज्ञान में रखते वे विश्वास।
शारीरिक गतिविधियों पर
उनका रहता नियंन्त्रण।
प्रतिक्रियाओं पर उनको नहीं विश्वास।
भावनाओं पर रखते वे संयम।
सांसारिक गतिविधियों में
उनकी नहीं रुचि।
भौतिक चीजों में संतो की नहीं आसक्ति ।
मौनवाद उनका होता सबल।
प्रवृति उनकी स्वच्छ शांत उज्जवल ।
अतिशयोक्ति के रहते खिलाफ।
अध्यात्मवाद में रखते विश्वास।
काम क्रोध मद लोभ का करते विरोध।
अदृश्य शक्ति में रखते यक़ीन
स्वानुभूति के अनुयायी।
प्रसन्नचित शांत रहना करते पसन्द।
ध्यान केंद्रित करने में रहते सक्षम ।
ध्यानावस्था में बैठना करते पसन्द।
ब्रह्मांड की गतिविधियों से रहते अवगत
प्यार का गागर छलकता उनके अन्दर।
जैसे बादल में रहता जल।
व्यवहार कुशल दक्ष।
बाँटते शांति सद्भाव।
ममता से दूर, क्षमता दक्षता से भरपूर।
अज्ञात सुख शान्ति से उनका साक्षात्कार।
भौतिक विश्व शांति से हैं पुरस्कृत।
गतिविधियों से रहते मुक्त,
पाया सर्वश्रेष्ठ अंतर्ज्ञान
चिंता फ़िक्र मिटी पायी अनन्त शान्ति।
शून्य से शून्य का हुआ साक्षात्कार।
पाया सर्वश्रेष्ठ अनन्त आनन्द।
खोयी मादकता विकसित हुई सौम्यता।
By Durga H Periwal
2021-2-20
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